🌷ॐ 🌷
श्री सद्गुरुवे नमः श्री सत्यनामाय नमः
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🌷अथ श्री सतनाम पचीसी लिख्यते🌷
"वाणी समर्थ साहब गुरूदत्त दास जू"
🌷पुरवाधाम🌷
वाल्मीकि की गति विदित, ठग ते भे मुनिराय।
अस प्रताप सतनाम का,कस न भजो चितलाय।।
जल बूड़त गजराज का,लीन गोद बैठाय।
अस प्रताप सतनाम का ,कस न भजो चितलाय।।
कीन विभीषण लंकपति, रावन बंश मिटाय।।अस प्रताप सतनाम का------
मृगी बची वन बीच में, कहिसि शरण गोहराय।।अस प्रताप सतनाम का--------
टेर टिटिहरी की सुनत,अंडा दीन मंगाय।
अस प्रताप सतनाम का--------------
जरत बचे सुत पांडु के,अर्जुन पांचो भाय।
अस प्रताप सतनाम का-------------–
कुब्जा दिव्य स्वरूप भई, कंचन देखि लजाय।।अस प्रताप सतनाम का--------
सबरी के जूठे बेर, सरहि सरहि प्रभु खाँय।।अस प्रताप सतनाम का---------
गनिका के अघ मेटिकै,लीन विमान चढाय।।अस प्रताप सतनाम का---------
राजा रोग मिटाइकै, हंसन दीन छोड़ाय।।
अस प्रताप सतनाम का-------------
साग अलोना विदुर घर, भोजन कीन अघाय।।अस प्रताप सतनाम का--------
धर्म पुत्र की यज्ञ मा, सुपच विराज्यो आय।।अस प्रताप सतनाम का----------
द्रुपदी लज्जा के समय,चीर बढ़ायो आय।।अस प्रताप सतनाम का----------
माधवदास जड़ान जब, निज सकलात ओढ़ाय।।अस प्रताप सतनाम का-------
चढ़ुआ बंधा मलूक पर, लायो माफ कराय।।अस प्रताप सतनाम का---------
भक्त त्रिलोचन के भवन, टहलू भे हरि आय।।अस प्रताप सतनाम का---------
मीरा विष अमृत भयो,नृपति रह्यो खिसियाय।।अस प्रताप सतनाम का-----
भक्त तिलोक सोनार हित, जेवर दीन मंगाय।।अस प्रताप सतनाम का---------
तूरि जंजीर कबीर का,दीन्हेव तीर लगाय।।अस प्रताप सतनाम का---------
ठगहिं मारि जयदेव का,सतगुरु लीन बचाय।।अस प्रताप सतनाम का----------
हिरणाकुश का मारि कै, जन प्रह्लाद बचाय।।अस प्रताप सतनाम का---------
नामदेव हित कारन, मुर्दा गाय जियाय।।
अस प्रताप सतनाम का--------------
श्री नानक के हेत का,चक्की दीन चलाय।।अस प्रताप सतनाम का--------
मंजारी के सुतन का,अगिन से लीन बचाय।।अस प्रताप सतनाम का----------
कुंवा मा कूवा तोपिगे, निकरे मास बिताय।।अस प्रताप सतनाम का---------
जगजीवन महराज की, कीरति जग में छाय।।अस प्रताप सतनाम का----------
जन गुरूदत्त गरीब का,राम लिहिन अपनाय।।अस प्रताप सतनाम का-------
यह सतनाम पचीसी, पढ़ै सुनै जो कोय।
गुरु जगजीवन की कृपा,आवागमन न होय।।
आवागमन न होय।।।
सतनाम सरकार की जय🌹🌹🌹🌹
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